UP सरकार ने किसानों को सशक्त बनाने और गन्ने की खेती को सरल बनाने के लिए स्मार्ट गन्ना ERP पोर्टल लॉन्च किया


By Robin Kumar Attri

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उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को ऑनलाइन पर्ची, भुगतान और अपडेट देने में मदद करने के लिए स्मार्ट गन्ना किसान ERP पोर्टल लॉन्च किया।

मुख्य हाइलाइट्स:

गन्ने की खेती को आसान और अधिक लाभदायक बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। गन्ना किसानों को डिजिटल रूप से सब कुछ प्रबंधित करने में मदद करने के लिए एक नया ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया गया है। इस कदम से पारदर्शिता बढ़ेगी, समय की बचत होगी और किसानों को अधिक कमाई करने में मदद मिलेगी।

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गन्ना किसानों के लिए सरकार का बड़ा कदम

सरकार गन्ने की खेती को अधिक लाभदायक बनाने और किसानों की आय में सुधार करने के लिए काम कर रही है। इस प्रयास के तहत, गन्ना पर्ची प्रणाली को पूरी तरह से ऑनलाइन कर दिया गया है। अब, किसानों को समय पर पर्ची मिल रही है और इससे संबंधित सभी जानकारी आसानी से मिल रही है। इससे उनकी कई समस्याएं कम हो गई हैं।

गन्ना विकास मंत्री ने साझा किया कि स्मार्ट गन्ना किसान ईआरपी पोर्टल अब उत्तर प्रदेश की सभी चीनी मिलों में सक्रिय है। इस पोर्टल के माध्यम से, किसान कुछ ही क्लिक में गन्ने की आपूर्ति, पर्ची जारी करने, तौलने की जानकारी, भुगतान विवरण और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों का प्रबंधन कर सकते हैं।

स्मार्ट गन्ना किसान ईआरपी पोर्टल पर क्या किया जा सकता है?

स्मार्ट गन्ना किसान ईआरपी पोर्टल के लाभ

  1. ऑनलाइन गन्ना पर्ची सुविधा: - किसानों को अब गन्ने की पर्ची लेने के लिए चीनी मिलों के पास जाने की जरूरत नहीं है। पर्चियां अब ऑनलाइन उपलब्ध हैं, जिससे समय और मेहनत की बचत होती है।

  2. पूर्ण पारदर्शिता और समय पर जानकारी: - पर्ची जारी करने की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है और समय पर होती है। किसानों को सीधे अपने मोबाइल फोन पर पर्ची की जानकारी मिलती है, जिसमें मात्रा और शेड्यूल शामिल हैं।

  3. वजन और भुगतान के बारे में जानकारी: - किसान पोर्टल के माध्यम से तौल का विवरण, भुगतान की तारीख और भुगतान की गई राशि देख सकते हैं। इससे भुगतानों के बारे में कोई भी भ्रम दूर हो जाता है।

  4. स्पेक्युलेटिव डिस्प्ले सुविधा: - किसान देख सकते हैं कि किस खेत से कितना गन्ना लिया गया। इससे उन्हें भविष्य की खेती के लिए बेहतर योजना बनाने में मदद मिलती है।

  5. एसएमएस अलर्ट और मोबाइल सुविधा: - महत्वपूर्ण अपडेट सीधे किसानों के मोबाइल फोन पर एसएमएस के माध्यम से भेजे जाते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि वे कोई महत्वपूर्ण जानकारी न चूकें।

  6. डिजिटल सेवाएं और समय की बचत: - इस पोर्टल के साथ, किसानों को बार-बार सरकारी कार्यालयों में जाने की आवश्यकता नहीं है। सभी सेवाएँ ऑनलाइन उपलब्ध हैं, जिससे समय, मेहनत और धन की बचत होती है।

किसान स्मार्ट गन्ना किसान ईआरपी पोर्टल का उपयोग कैसे कर सकते हैं

पोर्टल का उपयोग करना बहुत आसान है। किसानों को यह करना होगा:

आसान पहुंच के लिए मोबाइल ऐप

पोर्टल के साथ, उत्तर प्रदेश गन्ना विभाग ने “e-Ganna” नाम से एक मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया है।किसान इस ऐप को Google Play Store से डाउनलोड कर सकते हैं और अपने फोन से सभी सेवाओं को आसानी से एक्सेस कर सकते हैं।

किसान अपनी समस्याएं भी दर्ज करा सकते हैं

यह सुनिश्चित करने के लिए कि किसानों की समस्याओं का शीघ्र समाधान हो, सरकार ने एक टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर: 1800-121-3203 लॉन्च किया है। किसान किसी भी समस्या की रिपोर्ट करने और मदद लेने के लिए इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं।

गन्ना विकास मंत्री ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य किसानों को तकनीक से जोड़ना, उनकी आय बढ़ाना और उनके जीवन को आसान बनाना है। यह नई व्यवस्था पूरे उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों के लिए बड़ी राहत साबित हो रही है।

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CMV360 कहते हैं

स्मार्ट गन्ना किसान ईआरपी पोर्टल किसानों को तकनीक से सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह पारदर्शिता लाता है, समय बचाता है और गन्ने की खेती को आसान और अधिक लाभदायक बनाता है। ऑनलाइन पर्ची, मोबाइल ऐप एक्सेस और हेल्पलाइन के ज़रिए, किसान अब ज़्यादा जानकार, आत्मनिर्भर और सिस्टम से बेहतर तरीके से जुड़े हुए हैं।