PM Kisan Yojana Verification Drive: सरकार अयोग्य किसानों को हटाएगी, अभी अपना स्टेटस चेक करें


By Robin Kumar Attri

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सरकार ने अयोग्य किसानों को हटाने के लिए PM-KISAN सत्यापन शुरू किया और यह सुनिश्चित किया कि केवल वास्तविक लाभार्थियों को समय पर ₹6,000 सहायता मिले।

मुख्य हाइलाइट्स:

सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना के तहत एक बड़ा सत्यापन अभियान शुरू किया है। इस अभियान का उद्देश्य लाभार्थी सूची से अयोग्य किसानों की पहचान करना और उन्हें हटाना है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि केवल वास्तविक और योग्य किसानों को ही वित्तीय सहायता मिले।

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PM Kisan Yojana क्या है?

द पीएम किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) केंद्र सरकार की एक प्रमुख योजना है जो पात्र किसानों को ₹2,000 की तीन समान किस्तों में सालाना ₹6,000 प्रदान करती है। अब तक, पूरे भारत में लाखों किसानों को 20 किस्तें जारी की जा चुकी हैं। किसान अब 21वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जिसके जल्द आने की उम्मीद है।

21वीं किस्त में देरी क्यों हो रही है?

20 वीं किस्त 2 अगस्त, 2025 को जमा की गई थी, जबकि 19 वीं किस्त 24 फरवरी, 2025 को जारी की गई थी। आम तौर पर, अगली किस्त नवंबर में होनी चाहिए, लेकिन इस बार, सरकार भुगतान जारी करने से पहले एक राष्ट्रव्यापी सत्यापन अभियान चला रही है।

देरी का मुख्य कारण यह सुनिश्चित करना है कि केवल योग्य किसान — जिनके पास सही आधार, बैंक और भूमि रिकॉर्ड हैं — को लाभ मिलता रहे।

सरकार गलत लाभार्थियों के खिलाफ सख्ती से काम करती है

कृषि मंत्रालय के अनुसार, बड़ी संख्या में अयोग्य व्यक्ति PM-KISAN के तहत लाभ लेते पाए गए।

यदि किसी किसान के दस्तावेज़ या बैंक विवरण गलत पाए जाते हैं, तो उनका नाम योजना से हटा दिया जाएगा।

इससे पहले 2022 में, इसी तरह के एक अभियान ने 17.2 मिलियन अयोग्य लाभार्थियों को हटा दिया था, जिससे सरकार के लिए करोड़ों रुपये की बचत हुई थी।

PM-KISAN सत्यापन अभियान क्या है?

इस वर्ष का सत्यापन अभियान PM-KISAN डेटाबेस को स्वच्छ और पारदर्शी बनाने पर केंद्रित है। अधिकारी क्रॉस-चेकिंग कर रहे हैं:

लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि लाभ केवल वास्तविक किसानों तक ही पहुंचे। मंत्रालय ने कहा कि इस कदम से पारदर्शिता, जवाबदेही और सार्वजनिक धन के कुशल उपयोग में सुधार होगा।

21वीं किस्त कब जारी होगी?

सरकार ने अभी तक 21 वीं किस्त के लिए आधिकारिक रिलीज की तारीख की घोषणा नहीं की है। हालाँकि, यह नवंबर 2025 की पहली छमाही में होने की उम्मीद है।

हाल ही में, बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित किसानों की मदद के लिए जम्मू और कश्मीर में किस्त जल्दी जारी की गई थी, जिससे उम्मीद जगी है कि अन्य राज्यों को भी जल्द ही भुगतान मिल सकता है।

एक छोटी सी गलती आपके भुगतान को रोक सकती है

अगर आपके आधार नंबर, बैंक अकाउंट या लैंड रिकॉर्ड में कोई त्रुटि है, तो आपकी किस्त रोकी जा सकती है।

सरकार ने सभी पंजीकृत किसानों को समस्याओं से बचने के लिए आधिकारिक PM-KISAN वेबसाइट पर अपने विवरण को तुरंत सत्यापित करने की सलाह दी है।

पीएम किसान लाभार्थी की स्थिति की जांच कैसे करें

अपनी PM-KISAN स्थिति की जांच करने के लिए इन आसान चरणों का पालन करें:

  1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: pmkisan.gov.in

  2. “फार्मर्स कॉर्नर” सेक्शन में जाएं।

  3. “लाभार्थी सूची” पर क्लिक करें।

  4. अपना राज्य, जिला, उप-जिला, ब्लॉक और गाँव चुनें।

  5. “रिपोर्ट प्राप्त करें” पर क्लिक करें। आप देखेंगे कि आपका नाम सूची में है या नहीं।

  6. यदि आपने ऑनलाइन या CSC केंद्र के माध्यम से आवेदन किया है, तो “स्व-पंजीकृत किसान/CSC किसान स्थिति” पर जाएं और अपडेट की जांच करने के लिए अपना आधार नंबर दर्ज करें।

वेरिफ़िकेशन कैंपेन के फ़ायदे

यह बड़े पैमाने पर सत्यापन अभियान योजना को और अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाएगा। प्रमुख लाभों में शामिल हैं:

सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि योजना के तहत सही मायने में अर्हता प्राप्त करने वालों को ही इसका लाभ मिलता रहे। जिन किसानों ने सही विवरण प्रस्तुत किया है, उन्हें चिंता करने की ज़रूरत नहीं है।

किसानों को अब क्या करना चाहिए

PM-KISAN से अब तक 11 करोड़ से अधिक किसान लाभान्वित हो चुके हैं। बिना किसी रुकावट के इन लाभों का आनंद लेते रहने के लिए:

चल रहा सत्यापन अभियान केवल नकली प्रविष्टियों को हटाने के बारे में नहीं है - यह वास्तविक किसानों के अधिकारों की रक्षा करने और यह सुनिश्चित करने के लिए भी है कि हर योग्य किसान को समय पर ₹6,000 का समर्थन मिले।

संक्षेप में:PM-KISAN सत्यापन अभियान पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा, दुरुपयोग को रोकेगा और गारंटी देगा कि योजना का लाभ सही हाथों तक पहुंचे। सटीक विवरण और वैध रिकॉर्ड रखने वाले किसानों को बिना किसी देरी के भुगतान मिलता रहेगा।

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CMV360 कहते हैं

PM-KISAN के तहत सरकार के सत्यापन अभियान का उद्देश्य पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करना है। वास्तविक किसानों को ₹6,000 की सहायता मिलती रहेगी, जबकि अयोग्य लाभार्थियों को बेहतर फंड उपयोग और समय पर भुगतान के लिए हटा दिया जाएगा।